भगवान हनुमान जी कलयुग के देवता है| जिन्हें प्रसन्न करना ज्यादा कठिन कार्य नहीं है| यह थोड़ी – सी पूजा मात्र से ही प्रसन्न हो जाते है|
सुंदरकांड, हिंदू धर्म के एक महत्वपूर्ण ग्रंथ और रामायण का पांचवां कांड है। यह कांड पूरी तरह से भगवान हनुमान जी को समर्पित है और इसमें उनकी वीरता, बुद्धि और भक्ति का वर्णन करता है। सुंदरकांड में हनुमान जी लंका पहुंचकर सीता माता को ढूंढते हैं और राम जी का संदेश सीता मैया को देते हैं।
सुंदरकांड का पाठ हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। कहा जाता है कि इसका पाठ करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सुंदरकांड में हनुमान जी के जीवन की कई महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन मिलता है, जैसे कि लंका दहन, सीता माता से मिलना और राम जी का संदेश देना और वापस सीता माता द्वारा दी हुई अंगूठी लेकर वापस लौटना।
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